"ऐसे बदलेगी तबियत मुझे मालूम न था"
तुमसे हो जाएगी उल्फत मुझे मालूम न था "
"आप यूँ गैर की बाहों में खो जाओगे,
मुझसे कर लोगे अदावत मुझे मालूम न था"
"रूठ जाएँगे वो एक रोज़ मुक़द्दर की तरह
दिल पे गुज़रेगी क़यामत मुझे मालूम न था"
"उसकी रुसवाई पे थी मैंने उछाली कीचड़
उसको मिल जाएगी शोहरत मुझे मालूम न था"
"आप मखमूर निगाहों से पिलाएँगे मुझे
दिल पे छा जाएगी रंगत मुझे मालूम न था"
" बन के रह जाएगी ये वजह जुदाई एजाज़
मेरी बेवजह शरारत मुझे मालूम न था"
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