"इक झील की मानिंद है दिलबर तेरी आखें,
अल्लाह की कुदरत का है मंज़र तेरी आखें "
"उठ जाये अगर प्यार से मरहम है ये दिल का
हो जाये खफा गर तो है नश्तर तेरी आखें"
"ये सोचता हूँ कैसे बचाऊंगा मै खुद को,
है हुस्न क़यामत तेरा उस पर तेरी आखें"
"खुशबु से मोअतर है तेरे जिस्म के आज़ा,
चेहरा है गुलाबो सा समंदर तेरी आखें"।
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