Wednesday 27 April 2016

प्यार को इक रास कहते है

बहुत से लोग है जो प्यार को इक रास कहते है
बहुत से लोग है जो प्यार को बकवास कहते है
मगर जिसने भी पायी उस खुदा की ये खुदायी है
वो इसको खूबसूरत दिल का इक अहसास कहते
कभी भी वासना को प्यार की संज्ञा न तुम देना,
किसी मज़लूम पर आये जो उसको प्यार कहते है
अगर दिल में उठे एक हूक प्रभु को प्राप्त करने की
तो समझो उसको ही हम एक सच्ची प्यास कहते है
कफ़न को देख कर भी ना यकी आये जो बेवा को
इसे ही ज़िन्दगी से एक जुडी हुयी आस कहते है
तजो मत कुछ, उठाओ खुद को ऊपर अपनी तृष्णा से
समझ जाओगे फिर मधुकर किसे सन्यास कहते है

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