Tuesday, 5 April 2016

पानी



"किसने भीगे हुए बालों से झटका पानी 
झूम के आई घटा टूट के बरसा पानी" 

"रो लिया फूट के सीने में जलन अब क्यों है 

आग पिघला के निकला है ये जलता पानी" 

"कोई मतवाली घटा थी की जवानी की उमंग 

जो बहा ले गया बरसात का पहला पानी"

टकटकी बाँधे वो फिरते है मैं इस फ़िक्र में हूँ 

कहीं खाने लगे चक्कर न ये गहरा पानी "

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