ये आरजू नहीं की
किसी को भुलाए हम,
ना तमन्ना है की
किसी को रुलाए हम,
किसी को भुलाए हम,
ना तमन्ना है की
किसी को रुलाए हम,
पर दुआ है रब से
इतनी सी की,
जिसको जितना
याद करते है
उसको उतना ही
याद आये हम !!
इतनी सी की,
जिसको जितना
याद करते है
उसको उतना ही
याद आये हम !!
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