शेर-ओ-ग़ज़ल
Saturday, 2 April 2016
घर से निकले
घर से निकले थे हौसला करके
लौट आये खुदा खुदा करके
दर्द दिलका लगे वफ़ा करके
हमने देखा है तजुरबा करके
जिंदगी तो कभी नही आई
मौत आई जरा जरा करके
लोग सुनते रहे दिवार की बात
हम चले दिल को रहरूमा करके
किसने पाया सुकून दुनिया मे
जिन्दगानी का सामना करके
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment