जबसे देखा है तुमको, तू ही हबीब लगता है
अजनबी तू क्यों दिल के करीब लगता है
तेरे उदास चेहरे पे ये लबों की मुस्कुराहट
देखती हूं तो ये अहसास अजीब लगता है
मेरे पास आकर तुम दामन जो थाम लो
अब जिंदगी में यही अच्छा नसीब लगता है
तूने मेरी दुआ न सुनी तो मर जाऊंगी
तेरे बिन जीवन अब तो सलीब लगता है
अजनबी तू क्यों दिल के करीब लगता है
तेरे उदास चेहरे पे ये लबों की मुस्कुराहट
देखती हूं तो ये अहसास अजीब लगता है
मेरे पास आकर तुम दामन जो थाम लो
अब जिंदगी में यही अच्छा नसीब लगता है
तूने मेरी दुआ न सुनी तो मर जाऊंगी
तेरे बिन जीवन अब तो सलीब लगता है
No comments:
Post a Comment