तुम्हारी आहट से अक्सर हमारी नींद उड़ती है
तेरी ये याद रातों में बहुत सताया करती है
मेरा दिल टूट न जाए जरा खयाल ये रखना
बड़ी मुद्दत से हर धड़कन तेरा ही नाम लेती है
मसलकर पंखुरी को तुम जो अक्सर फेंक देती हो
वो पिसकर भी तेरे हाथों में खुशबू ही भरती है
बड़े नादान हैं वो लोग जो तुमसे प्यार करते हैं
किसी को ये नहीं मालूम कि तू किसपे मरती है
तेरी ये याद रातों में बहुत सताया करती है
मेरा दिल टूट न जाए जरा खयाल ये रखना
बड़ी मुद्दत से हर धड़कन तेरा ही नाम लेती है
मसलकर पंखुरी को तुम जो अक्सर फेंक देती हो
वो पिसकर भी तेरे हाथों में खुशबू ही भरती है
बड़े नादान हैं वो लोग जो तुमसे प्यार करते हैं
किसी को ये नहीं मालूम कि तू किसपे मरती है
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