भला किया जो मुझको मेरी ही औकात बता दी।
छुपी हुई थी सबसे अबतक तुमने जात बता दी।
जिस पर बेशक नहीं किया था मैंने यकीं कभी भी ,
आज अचानक खुलकर मुझको सारी बात बता दी।
छुपी हुई थी सबसे अबतक तुमने जात बता दी।
जिस पर बेशक नहीं किया था मैंने यकीं कभी भी ,
आज अचानक खुलकर मुझको सारी बात बता दी।
रहा भीगना शौक तुम्हारा रिमझिम बारिश में यूं ,
जब भी आंसू बहे किसी के तो बरसात बता दी।
समझ रहा था जिसे इन्तहा हुई सितम की अब तो ,
मगर भूल थी मेरी तुमने तो शुरुआत बता दी।
मैंने हरदम ही चाहा था तुमको फूल मिलें पर ,
तुमने देकर खार मुझे प्यारी सौगात बता दी।
चलते रहे हमेशा ही तुम शतरंजी चालों को ,
मेरे ही मोहरे चल चलकर मुझको मात बता दी।
ना अपना ना बेगाना पर सब कुछ ही पैसा है ,
सच्चाई है यही आज की करके घात बता दी।
जब भी आंसू बहे किसी के तो बरसात बता दी।
समझ रहा था जिसे इन्तहा हुई सितम की अब तो ,
मगर भूल थी मेरी तुमने तो शुरुआत बता दी।
मैंने हरदम ही चाहा था तुमको फूल मिलें पर ,
तुमने देकर खार मुझे प्यारी सौगात बता दी।
चलते रहे हमेशा ही तुम शतरंजी चालों को ,
मेरे ही मोहरे चल चलकर मुझको मात बता दी।
ना अपना ना बेगाना पर सब कुछ ही पैसा है ,
सच्चाई है यही आज की करके घात बता दी।
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