तेरी जुस्तजू में ये हालत हुई है
खयालों में जीने की आदत हुई है
हमें चांद पाने की ख्वाहिश नहीं है
फकत एक जुगनू की चाहत रही है
दिल की ये आहें तेरे नाम कर दी
तेरे गम में आंखों से दरिया बही है
तुमसे बिछड़ के खफा दिल है फिर भी
तुझे भूल जाऊं, वो हसरत नहीं है
खयालों में जीने की आदत हुई है
हमें चांद पाने की ख्वाहिश नहीं है
फकत एक जुगनू की चाहत रही है
दिल की ये आहें तेरे नाम कर दी
तेरे गम में आंखों से दरिया बही है
तुमसे बिछड़ के खफा दिल है फिर भी
तुझे भूल जाऊं, वो हसरत नहीं है
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