जाने क्यूँ अज़ब सा हाल है आजकल।
मेरी अदाओ पे शहर में बवाल है आजकल।
रमता नही मन अब ख़ुदा की इबादत में,
बस तुम्हारा ही ख़्याल है आजकल।।
क्यूँ तड़पता है पल पल तुम्हारी याद में,
हर लम्हा दिल से यही सवाल है आजकल।।
मेरी अदाओ पे शहर में बवाल है आजकल।
रमता नही मन अब ख़ुदा की इबादत में,
बस तुम्हारा ही ख़्याल है आजकल।।
क्यूँ तड़पता है पल पल तुम्हारी याद में,
हर लम्हा दिल से यही सवाल है आजकल।।
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