तुम मेनका रम्भा या कोई उर्वशी हो।
जो यूं यकायक आ मेरे दिल में बसी हो।
घुसते नहीं दस्तक बिना घर में किसी के ,
ये किस तरह के आदमी तुम अजनबी हो।
जो यूं यकायक आ मेरे दिल में बसी हो।
घुसते नहीं दस्तक बिना घर में किसी के ,
ये किस तरह के आदमी तुम अजनबी हो।
जब आ गई दिल में मुझे क्यों तुम सतातीं ,
जो दूर जाकर चैन मेरा छीनती हो।
तुमको पता भी है ज़रा क्या चीज हो तुम ,
हीरे जवाहर मोतियों से कीमती हो।
कैसे दिलाऊं मैं यकीं तुमको कसम से ,
पहली जरूरत तुम तुम्हीं तो आख़िरी हो।
मुझसे सही जाती नहीं अब तो जुदाई ,
मैं तड़पता हूँ किसकदर क्या जानती हो।
या तो चली आओ नहीं तो भूल जाओ ,
तेरे लिए मैं मेरे लिए तुम जिंदगी हो।
जो दूर जाकर चैन मेरा छीनती हो।
तुमको पता भी है ज़रा क्या चीज हो तुम ,
हीरे जवाहर मोतियों से कीमती हो।
कैसे दिलाऊं मैं यकीं तुमको कसम से ,
पहली जरूरत तुम तुम्हीं तो आख़िरी हो।
मुझसे सही जाती नहीं अब तो जुदाई ,
मैं तड़पता हूँ किसकदर क्या जानती हो।
या तो चली आओ नहीं तो भूल जाओ ,
तेरे लिए मैं मेरे लिए तुम जिंदगी हो।
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