काश कि तुमसे कह पाता मैं अपने दिल की बात।
बदल बदल कर करवट तो ना कटती सारी रात।
ऐसा ना हो सुनकर के तुम हो जाओ नाराज ,
दिल ही दिल में इसीलिये तो घुटते हैं जज्बात।
बदल बदल कर करवट तो ना कटती सारी रात।
ऐसा ना हो सुनकर के तुम हो जाओ नाराज ,
दिल ही दिल में इसीलिये तो घुटते हैं जज्बात।
सबके अपने प्यार मुहब्बत करने के अंदाज ,
मैं भी सोचा करता कैसे होगी ये शुरुआत।
पाने की खुशियों से ज्यादा खोने का है खौफ ,
यही बजह है हर कोशिश में रखता हूँ ऐहतियात।
ऐसा भी तो नहीं किसी से भी हो जाए प्यार ,
बामुश्किल ही मिलती है ये उल्फत की सौगात।
इन्तजार है मुझको अब तो होकर के बेताब ,
जिसदिन बदलेंगे मेरे ये दर्द भरे हालात।
मैं भी सोचा करता कैसे होगी ये शुरुआत।
पाने की खुशियों से ज्यादा खोने का है खौफ ,
यही बजह है हर कोशिश में रखता हूँ ऐहतियात।
ऐसा भी तो नहीं किसी से भी हो जाए प्यार ,
बामुश्किल ही मिलती है ये उल्फत की सौगात।
इन्तजार है मुझको अब तो होकर के बेताब ,
जिसदिन बदलेंगे मेरे ये दर्द भरे हालात।
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